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महुआ विधानसभा चुनाव 2025: मतदान तिथि, प्रमुख उम्मीदवार, पिछले चुनावी नतीजे और क्षेत्रीय प्रोफ़ाइल

महुआ विधानसभा चुनाव 2025: मतदान तिथि, प्रमुख उम्मीदवार, पिछले चुनावी नतीजे और क्षेत्रीय प्रोफ़ाइल

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल अब धीरे-धीरे गर्माने लगा है, और महुआ (Mahua) सीट एक बार फिर राज्य की राजनीति के केंद्र में है। वैशाली जिले में स्थित यह सीट न केवल अपने राजनीतिक इतिहास के लिए जानी जाती है, बल्कि इसके हर चुनाव में राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच होने वाली टक्कर ने हमेशा सुर्खियाँ बटोरी हैं। इस बार भी महुआ का रण बेहद दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि यहां कई पुराने चेहरे और नए समीकरण आमने-सामने हैं।

🗳️ मतदान तिथि (Voting Date):

राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, महुआ विधानसभा क्षेत्र में मतदान 19 अक्टूबर 2025 को होगा। जबकि मतगणना 24 अक्टूबर 2025 को की जाएगी।
इस सीट के लिए कुल लगभग 2.85 लाख मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें से लगभग 1.35 लाख महिलाएँ और 1.50 लाख पुरुष मतदाता हैं।

👥 मुख्य उम्मीदवार (Key Contestants):

इस बार महुआ सीट पर मुकाबला बेहद रोमांचक है।
RJD, JDU, BJP, और LJP (Ram Vilas) जैसे प्रमुख दल मैदान में हैं।

संभावित प्रमुख उम्मीदवारों की सूची इस प्रकार है –

तेज प्रताप यादव (RJD) – लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे, जिन्होंने 2015 में इसी सीट से जीत दर्ज की थी।

अशोक कुमार चौधरी (JDU) – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले वरिष्ठ नेता।

राजेश पासवान (LJP) – युवा चेहरा, जो महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश में हैं।

संदीप सिंह (BJP) – पहली बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, और पार्टी का दांव नए वोटर्स पर है।

🏛️ पिछले चुनावी नतीजे (Past Election Results):

महुआ विधानसभा सीट ने कई राजनीतिक करवटें देखी हैं।

2020 में: RJD के डॉ. मुकेश यादव ने JDU के उम्मीदवार को लगभग 18,000 वोटों से हराया था।

2015 में: तेज प्रताप यादव (RJD) ने JDU के रवि शंकर राय को हराकर विधानसभा में प्रवेश किया था।

2010 में: JDU ने यहां पर जीत दर्ज की थी, जिससे नीतीश सरकार को मजबूती मिली थी।

इन परिणामों से साफ है कि महुआ सीट पर RJD का दबदबा लगातार बना हुआ है, लेकिन जेडीयू और बीजेपी भी यहाँ अपनी पैठ मजबूत करने में जुटी हैं।

🌍 क्षेत्रीय प्रोफ़ाइल (Constituency Profile):

महुआ विधानसभा क्षेत्र वैशाली जिला के अंतर्गत आता है, जो बिहार की ऐतिहासिक धरती है — यहाँ से लोकतंत्र की जड़ें प्राचीन काल से जुड़ी हैं।

लोकसभा क्षेत्र: हाजीपुर

कुल मतदाता: 2.85 लाख

मुख्य जातीय समूह: यादव, कुर्मी, ब्राह्मण, पासवान, और मुसलमान समुदाय

मुख्य गाँव: हरपुर, राघोपुर, महुआ नगर, विशुनपुर, गोविंदपुर

मुख्य मुद्दे: बेरोजगारी, सड़क और स्वास्थ्य सुविधाएँ, शिक्षा में गिरावट, जलजमाव और कृषि समर्थन

यह इलाका कृषि प्रधान है, जहाँ गन्ना और धान की खेती प्रमुख है। लेकिन युवाओं में बेरोजगारी और पलायन का मुद्दा लगातार गूंजता रहता है। यही वजह है कि इस बार चुनावी चर्चा का केंद्र “रोज़गार और विकास” बना हुआ है।

Tejashwi Yadav gave surprising answer on bihar election Tej Pratap  contesting from Mahua | Jansatta

🧩 राजनीतिक समीकरण (Political Equations):

महुआ में यादव और मुसलमान मतदाता मिलकर लगभग 45% वोट बैंक बनाते हैं, जो पारंपरिक रूप से RJD के पक्ष में जाता है।
वहीं कुर्मी और ब्राह्मण समुदाय लगभग 30% हैं, जो आमतौर पर JDU-BJP गठबंधन के समर्थन में रहते हैं।
इस बार LJP का वोट बैंक पासवान समाज के रूप में 15% के आसपास माना जा रहा है, जो इस बार चुनावी गणित को उलझा सकता है।

यदि RJD अपने कोर वोट को बचाने में सफल रहती है, तो उसका पलड़ा भारी रहेगा, लेकिन अगर NDA अपने सामाजिक समीकरणों को एकजुट रखती है, तो मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।

📈 राजनीतिक विश्लेषण (Political Analysis):

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महुआ सीट पर "नेतृत्व बनाम स्थानीय मुद्दे" की लड़ाई देखने को मिलेगी।
जहाँ RJD अपनी पारिवारिक विरासत और सामाजिक आधार पर भरोसा कर रही है, वहीं NDA विकास और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर वोट मांग रही है।

युवाओं में नई सोच और परिवर्तन की चाह दिख रही है। कई युवा मतदाता अब जाति से ज़्यादा “काम और अवसर” की बात कर रहे हैं, जो आने वाले नतीजों की दिशा बदल सकते हैं।

🕊️ निष्कर्ष (Conclusion):

महुआ विधानसभा चुनाव 2025 सिर्फ एक सीट का चुनाव नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति की नब्ज़ का आईना है।
यहाँ का हर वोट राज्य की राजनीतिक दिशा तय करेगा।
क्या RJD अपनी परंपरागत पकड़ बनाए रखेगी, या NDA और LJP इस गढ़ को हिला देंगे — इसका जवाब 24 अक्टूबर को मतगणना के दिन सामने आएगा।

इस बार महुआ की हवा में नारे भी बदल गए हैं —
“अबकी बार, काम की सरकार”
और
“लालू का बेटा, जनता का बेटा”
– दोनों ही एक-दूसरे को चुनौती देने को तैयार हैं।

महुआ का मैदान सजा है, और बिहार की राजनीति की सबसे दिलचस्प कहानी यहीं से लिखी जाएगी।


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

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