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दिल्ली में कांवड़ यात्रा के रूट पर मीट की दुकानें बंद कराने की मांग तेज, हिंदू सेना ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

दिल्ली में कांवड़ यात्रा के रूट पर मीट की दुकानें बंद कराने की मांग तेज, हिंदू सेना ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

दिल्ली में कांवड़ यात्रा पर विवाद – हिंदू सेना ने मीट की दुकानों पर रोक की मांग की

नई दिल्ली, जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश की तरह अब दिल्ली में भी कांवड़ यात्रा के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग उठने लगी है। हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सावन महीने में कांवड़ यात्रा के रास्तों पर सभी मीट की दुकानें अस्थायी तौर पर बंद कराई जाएं।

विष्णु गुप्ता ने कहा कि कांवड़ यात्रा एक पवित्र धार्मिक यात्रा है, जिसमें शिवभक्त गंगा जल लेकर अपने-अपने इलाकों में लौटते हैं। यात्रा के मार्ग पर मीट की दुकानें धार्मिक भावनाओं को आहत करती हैं। इसलिए उन्होंने मांग की है कि दिल्ली सरकार, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर, यात्रा के रूट पर मीट की दुकानों पर रोक लगाए। इसी को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय भी मांगा है।

इससे पहले बीजेपी विधायक तरविंदर सिंह मारवाह और दिल्ली के मेयर इकबाल सिंह भी कांवड़ यात्रा के दौरान मीट की दुकानों को बंद करने की मांग कर चुके हैं। उनका कहना है कि सावन में धार्मिक माहौल की पवित्रता बनाए रखना जरूरी है।

यूपी के बाद दिल्ली में कांवड़ यात्रा रूट पर मीट की दुकानें बंद कराने की  मांग, हिंदू सेना ने लिखा सीएम रेखा को पत्र - Delhi Kavad Yatra route demand  close meat
दिल्ली में कांवड़ यात्रा पर विवाद – हिंदू सेना ने मीट की दुकानों पर रोक की मांग की

हालांकि, इस पर विरोध भी देखने को मिल रहा है। कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं और सामाजिक संगठनों ने इसे धार्मिक भेदभाव बताते हुए कहा है कि इससे छोटे दुकानदारों की आजीविका पर असर पड़ेगा। उनका कहना है कि सरकार को सभी धर्मों के लोगों के अधिकारों और रोजगार का ध्यान रखना चाहिए।

इधर दिल्ली सरकार ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों के लिए खास कदम उठाए हैं। पंजीकृत कांवड़ समितियों को 50,000 रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही शिविरों के लिए 1,200 यूनिट तक मुफ्त बिजली भी उपलब्ध कराई जाएगी।

फिलहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या धार्मिक यात्राओं के चलते किसी विशेष व्यवसाय को अस्थायी रूप से बंद कराना उचित है या नहीं।


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