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अमेरिका और सऊदी अरब के बीच 142 अरब डॉलर की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा डील, ट्रंप के दौरे पर हुआ समझौता

अमेरिका और सऊदी अरब के बीच 142 अरब डॉलर की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा डील, ट्रंप के दौरे पर हुआ समझौता

📰 ट्रंप के सऊदी दौरे पर अमेरिका और सऊदी अरब के बीच 142 अरब डॉलर की अब तक की सबसे बड़ी रक्षा डील

अमेरिका और सऊदी अरब ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसकी कुल कीमत 142 अरब डॉलर (लगभग 11.8 लाख करोड़ रुपये) बताई जा रही है

रियाद, मंगलवार:
अमेरिका और सऊदी अरब ने मंगलवार को एक ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसकी कुल कीमत 142 अरब डॉलर (लगभग 11.8 लाख करोड़ रुपये) बताई जा रही है। यह सौदा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चार दिवसीय मध्य पूर्व दौरे की शुरुआत के दौरान सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बातचीत के बाद संपन्न हुआ।

व्हाइट हाउस ने एक आधिकारिक बयान में कहा:

"संयुक्त राज्य अमेरिका और सऊदी अरब ने इतिहास का सबसे बड़ा रक्षा बिक्री समझौता किया है — लगभग 142 अरब डॉलर का — जिससे सऊदी अरब को अत्याधुनिक युद्धक उपकरण प्राप्त होंगे।"

इस सौदे में अमेरिका सऊदी अरब को आधुनिक हथियार प्रणाली, मिसाइल डिफेंस तकनीक, लड़ाकू विमान, और निगरानी प्रणालियाँ प्रदान करेगा। यह डील अमेरिका की रक्षा कंपनियों के लिए एक बड़ा व्यापारिक अवसर भी साबित होगी।

📌 समझौते के प्रमुख बिंदु:

$142 अरब डॉलर का कुल रक्षा सौदा

अत्याधुनिक हथियारों और सुरक्षा तकनीकों की आपूर्ति

अमेरिका की हथियार कंपनियों के लिए हज़ारों नई नौकरियों की उम्मीद

क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का दावा

🌍 रणनीतिक महत्व:

यह समझौता सिर्फ व्यापारिक नहीं, बल्कि रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसका उद्देश्य ईरान के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करना और मध्य पूर्व में अमेरिका-सऊदी साझेदारी को और गहरा करना है।

⚠️ आलोचना भी जारी:

हालांकि, इस डील को लेकर आलोचनाएं भी उठ रही हैं। यमन में सऊदी नेतृत्व वाले सैन्य हस्तक्षेप और मानवाधिकार उल्लंघनों के कारण इस सौदे पर अमेरिकी कांग्रेस और मानवाधिकार संगठनों ने चिंता जताई है।

🗣️ विश्लेषकों का कहना है कि यह डील न केवल सैन्य शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह दिखाता है कि ट्रंप प्रशासन ने सऊदी अरब के साथ रणनीतिक रिश्तों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।


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