रिलायंस की HR प्रमुख इरा बिंद्रा को “दुनिया की टॉप CHROs” में शामिल किया गया
- byAman Prajapat
- 15 November, 2025
रिलायंस इंडस्ट्रीज की मानव संसाधन (HR) प्रमुख इरा बिंद्रा को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल गई है — उन्हें N2Growth द्वारा प्रकाशित 2025 Leaders40 Top CHROs (महानतम मुख्य मानव संसाधन अधिकारी) की सूची में शामिल किया गया है। इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनकी विशेषज्ञता को उजागर किया है, बल्कि रिलायंस को भी गर्व की एक नई पहचान दी है, क्योंकि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनकी प्रतिष्ठा को दर्शाता है।
पृष्ठभूमि और महत्व
N2Growth एक प्रतिष्ठित ग्लोबल एग्ज़ीक्यूटिव सर्च और लीडरशिप सलाहकार संगठन है। यह संगठन हर साल अपने Leaders40 पुरस्कार के रूप में शीर्ष CHROs (मुख्य मानव संसाधन अधिकारियों) की सूची जारी करता है, जिन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन, कंपनी संस्कृति, प्रतिभा विकास और रणनीतिक परिवर्तन में उल्लेखनीय योगदान दिया हो।
इस वर्ष, जब उन्होंने 2025 की सूची जारी की, तो इरा बिंद्रा को 28वां स्थान मिला, जो न केवल उनकी व्यक्तिगत क्षमता का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाता है कि वे HR के क्षेत्र में कैसे एक रणनीतिक नेता बनकर सामने आई हैं।
रिलायंस के लिए एक बड़ी जीत
इस उपलब्धि का एक बड़ा मतलब यह है कि रिलायंस इस वैश्विक CHRO सूची में इकलौती भारतीय कंपनी है।
यह न केवल इरा बिंद्रा की व्यक्तिगत सफलता है, बल्कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की प्रतिभा प्रबंधन रणनीतियों और कामकाजी संस्कृति की ताकत को भी दर्शाता है।
इरा बिंद्रा का करियर सफर
इरा बिंद्रा एक ग्लोबल HR और बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन लीडर हैं। उनके पास दो दशकों से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने फॉर्च्यून 100 कंपनियों और तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में नेतृत्व की भूमिका निभाई है।
उनके प्रमुख अनुभव:
रिलायंस इंडस्ट्रीज:
उन्हें प्रेसिडेंट – पीपल एंड टैलेंट (People & Talent) के रूप में नियुक्त किया गया। इस भूमिका में, वे कंपनी की लगभग 3,60,000 कर्मचारियों की ताकत (एंप्लॉयमेंट बेस) को देखती हैं, जो ऊर्जा, रिटेल, टेलिकॉम, मीडिया और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न सेक्टरों में फैला हुआ है।
उनके नेतृत्व में, रिलायंस में श्रृंखला स्तर पर टैलेंट और कल्चर ट्रांसफॉर्मेशन चल रही है — एक ऐसी रणनीति जो सिर्फ HR तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी कंपनी की दीर्घकालीन दिशा पर असर डालती है।
पूर्व अनुभव:
Medtronic (यूएस): इरा बिंद्रा ने वहाँ सिनियर ग्लोबल HR नेतृत्व की भूमिका निभाई थी।
General Electric (GE): उन्होंने लगभग 19 साल GE में काम किया, जिसमें उन्हें हेल्थकेयर, ऑइल एंड गैस, टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर, कॉरपोरेट और GE कैपिटल के विभिन्न व्यवसायों में HR नेतृत्व के महत्वपूर्ण रोल मिले।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि:
इरा बिंद्रा ने लेडी श्री राम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में BA (ऑनर्स) किया है।
इसके बाद उन्होंने नीदरलैंड्स के Maastricht School of Management से MBA हासिल किया।
रिलायंस में उनकी नियुक्ति और महत्व
मुक़ेश अंबानी ने दिसंबर 2024 में इरा बिंद्रा को रिलायंस में Group President – People, Leadership & Talent के रूप में नियुक्त किया। यह घोषणा खुद अंबानी द्वारा की गई थी, जो इस भूमिका की महत्ता को बयां करती है।
यह एक ऐतिहासिक नियुक्ति भी थी क्योंकि:
इरा बिंद्रा पहली गैर-पारिवारिक महिला हैं जो रिलायंस की इज़ीक्यूटिव कमेटी में शामिल हुईं।
वे सबसे कम उम्र की सदस्य भी हैं, जिसने एक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट नेतृत्व भूमिका संभाली।
उनकी भर्ती को “HR ट्रांसफॉर्मेशन” के संदर्भ में एक बड़ा कदम माना गया, क्योंकि अंबानी ने कहा था कि वे लोगों, संस्कृति और नेतृत्व के आयामों में पूरी तरह परिवर्तन लाना चाहती हैं।
N2Growth Leaders40 सूची और चयन प्रक्रिया
यह सूची उन CHROs को पहचानती है जो सिर्फ HR के पारंपरिक काम तक सीमित नहीं हैं, बल्कि CEO और बोर्ड के स्ट्रैटेजिक पार्टनर बन चुके हैं।
चयन समिति हजारों नामांकन की समीक्षा करती है, सैकड़ों गहन साक्षात्कार (इन-डेप्थ इंटरव्यू) लेती है, और अंततः वे 40 ऐसे CHROs चुनती है, जो मानव पूंजी प्रबंधन और संगठनात्मक परिवर्तन में सर्वोच्च स्तर की उत्कृष्टता दर्शाते हैं।
जैसा कि Tony Morales, N2Growth के Co-Chairman, कहते हैं: "CHROs आज सिर्फ लोगों के नेता नहीं हैं, बल्कि वे प्रदर्शन, संस्कृति और परिवर्तन को उच्चतम स्तर पर संचालित करने वाले रणनीतिक साझेदार हैं।"

इरा बिंद्रा की सोच और भविष्य की चुनौतियाँ
इरा बिंद्रा की उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्तिगत मान्यता नहीं है—यह दिखाती है कि वो मानव संसाधन को कैसे सिर्फ सहायक फंक्शन से ऊपर उठाकर संगठन की रणनीति का केंद्र बना रही हैं। उनके नेतृत्व में:
Reliance में कॉर्पोरेट कल्चर का री-दिज़ाइन हो रहा है: पारंपरिक बिज़नेस मॉडल से आगे बढ़कर, वो लोगों की प्रतिभा को कैसे जोड़ा जाए, क्या प्रशिक्षण मॉड्यूल बनें, और कंपनी में “निरंतर विकास की संस्कृति” कैसे बने — ये सब उनके एजेंडा में हैं।
टैलेंट मैपिंग और भविष्य-तैयारी: इतनी बड़ी और विविध कार्यबल (360,000+) को देखते हुए, यह ज़रूरी है कि रिलायंस भविष्य के व्यवसायों (जैसे ग्रीन टेक, डिजिटल) के लिए जरूरी कौशलों को पहचान कर तैयार हो।
इनोवेशन और परिवर्तन नेतृत्व: जैसा कि उन्होंने पहले GE और Medtronic में किया है, वह रिलायंस में भी “बोल्ड बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन” के लिए HR को केवल सपोर्ट स्टाफ नहीं बल्कि परिवर्तन के ड्राइवर के रूप में इस्तेमाल करना चाहती हैं।
समाज और कॉर्पोरेट जगत में संदेश
महिला नेतृत्व: इरा बिंद्रा का रोल यह दर्शाता है कि महिला नेतृत्व सिर्फ बॉर्डरूम तक ही सीमित नहीं है — वे कॉर्पोरेट पावर हब में सक्रिय रूप से निर्णय ले रही हैं, और रणनीतिक स्तर पर बदलाव ला रही हैं।
भारतीय कंपनियों की वैश्विक प्रतिष्ठा: रिलायंस जैसे दिविग्रो (diversified) कॉरपोरेट समूह में HR लीडर को इतनी प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सूची में शामिल करना, भारत में HR और नेतृत्व विकास के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
मानव पूंजी की रणनीतिक भूमिका: यह इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि कंपनियां अब यह मानने लगी हैं कि ‘लोग’ सिर्फ संसाधन नहीं हैं, बल्कि बिज़नेस की सबसे बड़ी पूंजी हैं — और उन्हें उसी स्तर पर रणनीति में जोड़ा जाना चाहिए।
निष्कर्ष (Conclusion):
इरा बिंद्रा की इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने HR की दुनिया में न सिर्फ अपनी छाप छोड़ी है, बल्कि वह मानव संसाधन को एक रणनीतिक शक्ति के रूप में जागरूक कर रही हैं। रिलायंस के लिए यह सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा में एक संकेत है — एक ऐसी दिशा जहाँ लोग, संस्कृति और नेतृत्व कंपनी की आत्मा बनकर उभर रहे हैं। उनके चयन से यह भी प्रेरणा मिलती है कि भारतीय कॉर्पोरेट जगत में महिला नेतृत्व और मानव संसाधन प्रबंधन दोनों को अब समुचित सम्मान मिल रहा है।
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