मिज़ोरम में नए HIV मामलों की सबसे ऊँची दर; 2010 से 2024 तक देशभर में 48% की कमी — रिपोर्ट की चौंकाने वाली तस्वीर
- byAman Prajapat
- 02 December, 2025
भारत हमेशा से contradictions का देश रहा है — यहाँ उम्मीद भी चलती है और चुनौतियाँ भी साथ-साथ कदम मिलाकर।
HIV के मामले में भी यही दास्तान है:
एक तरफ 2010 से 2024 में 48% की गिरावट, यानी कि आधी लड़ाई तो जीत ली।
और दूसरी तरफ मिज़ोरम जैसे राज्य, जहाँ HIV अभी भी लड़ाई का सबसे कठिन मोर्चा बना हुआ है।
मिज़ोरम का नाम इस रिपोर्ट में ऐसे उभरकर आता है जैसे कोई पहाड़ी शहर धुंध में भी साफ नज़र आ जाए — शांत, खूबसूरत, लेकिन अंदर ही अंदर एक गहरी सामाजिक चुनौती से लड़ता हुआ।
📊 राष्ट्रीय स्तर पर HIV: गिरावट की मजबूत रफ्तार
पहले अच्छी ख़बर सुन।
2010 से 2024 — पूरा 14 साल, और भारत ने नए HIV संक्रमणों में 48% की कमी दर्ज की है।
मतलब ये कि लाखों लोगों की ज़िंदगी बदली, लाखों घरों में उम्मीद लौटी।
क्यों हुआ?
जागरूकता की ताकत
मुफ्त ART दवाइयों की उपलब्धता
सरकारी अभियान
लाखों NGOs की ground-level मेहनत
जनरेशन-Z की openness, जो stigma को खुले में challenge कर रही है
ये उन चीज़ों का नतीजा है, जिनपर हर भारतीय थोड़ा गर्व कर सकता है — पुराने रास्तों की इज़्ज़त रखते हुए, लेकिन नए जमाने की समझ के साथ आगे बढ़ते हुए।
🌄 लेकिन मिज़ोरम क्यों टॉप पर? सच थोड़ा कड़वा है — पर सुनना ज़रूरी है
अब मिज़ोरम।
खूबसूरत पहाड़… शांत लोग… लेकिन HIV का सबसे ऊँचा नया infection rate।
अरे ये कैसे?
देख भाई, मैं sugarcoat नहीं करता, straight बात करता हूँ:
1. Drug Injection Culture
Northeast में injecting drug use कोई आज की बात नहीं है।
Shared needles → infection फैलने की सबसे बड़ी वजह।
2. Geographical Isolation
Remoteness + limited access → treatment में delay।
3. Stigma अभी भी ज़िंदा है
लोग test कराने में हिचकते हैं।
रिश्तेदार, परिवार, समाज — judgement जल्दी दे देते हैं, support देर से।
4. Youth Exposure
Zindagi fast है, कल्चर कहीं-कहीं बहुत free-flowing है, और उसी में risk ज़्यादा होता है।
ये चार बातें मिज़ोरम को national rate के मुकाबले बहुत आगे ले जाती हैं — और वो भी wrong direction में।
🧬 2010–2024: डेटा की गुफाओं में छिपी कहानी
रिपोर्ट बड़ी ठंडी आवाज़ में numbers बोलती है, लेकिन उनके पीछे लोगों की दास्तान होती है:
2010 में → भारत में लाखों नए HIV cases रिपोर्ट हुए।
2024 आते-आते → लगभग आधे रह गए।
ये गिरावट किसी एक department का काम नहीं था — ये देश की सामूहिक लड़ाई थी।
पर Northeast?
मिज़ोरम, नगालैंड, मणिपुर — यहाँ infection rates national average से कई गुना ज़्यादा।
🩺 मिज़ोरम ने क्या गलत किया? या क्या चूक हो गई?
देख, “गलत” कहना भी थोड़ा unfair है।
ये structural issues हैं:
1. Border Influence
म्यांमार की proximity → drug trafficking routes सक्रिय।
जहाँ drugs, वहाँ injections; जहाँ injections, वहाँ HIV।
2. Awareness Gap
Awareness है, पर deep-cultural hesitation भी है।
Testing और counselling उतना smooth नहीं चल पाता।
3. Healthcare Reach
Remote villages में health workers तक पहुँचना आसान नहीं है — पहाड़ हमेशा रास्ता नहीं देते।
🌿 लेकिन इस सबके बावजूद मिज़ोरम की fighting spirit legend है
हाँ, ये बात कम लोग जानते हैं।
Mizoram community-driven है —
लोग मिलकर काम करते हैं, NGOs active हैं, चर्च community बेहद supportive है।
इसलिए, जितनी तेजी से infection बढ़ता है, उतनी ही तेजी से लोग mobilise भी करते हैं।

🇮🇳 भारत की लड़ाई: डर नहीं, डेटा बोलता है
देश में HIV की कमी इन वजहों से आई:
🔸 1. Awareness का फैलाव
अब लोग खुलकर बात करते हैं, condom educate करते हैं, myths तोड़ते हैं।
🔸 2. Testing की accessibility
कई शहरों में self-testing kits available हैं।
ART centres बढ़ गए हैं।
🔸 3. Government Programs की जान
NACO की hard-core strategies ने बड़ा फर्क डाला है।
🔸 4. Youth Movement
Gen Z openly बोलती है:
“Stigma खत्म करो… health को hush-hush मत करो…”
ये openness huge impact ला रही है।
🌐 Northeast vs India: एक भारी contrast
| पहलू | भारत | मिज़ोरम |
|---|---|---|
| नए HIV केस 2010–24 | 48% कमी | Highest infection rate |
| Awareness | बढ़ी | Mixed impact |
| Drug use | Moderate | High injecting drug usage |
| Treatment reach | Strong network | Geographically tough |
| Social stigma | घट रहा | कई जगह कायम |
Contrast ऐसा है जैसे दो parallel दुनिया।
💬 मिज़ोरम के लोगों की आवाज़ — एक emotional reality
"हम अपनी kids को बचाना चाहते हैं, stigma खत्म करना चाहते हैं… पर लड़ाई अभी बाकी है।”
— एक स्थानीय NGO worker
"कई परिवारों ने अपने बच्चों को खोया, पर अब किसी और को न खोना पड़े।”
— मिज़ोरम के एक चर्च volunteer
ये बातें सिर्फ words नहीं — ये उस राज्य की beating heart हैं।
🛣️ अब आगे का रास्ता: क्या होना चाहिए?
Straight talk:
1. Needle-exchange programs
Safe syringes → infection कम।
2. Youth counselling
Schools, colleges में open conversations।
3. Treatment को villages तक पहुँचाना
Mobile ART vans हों।
4. Community और govt मिलकर काम करें
Partnership is the only future.
5. Stigma-breaking campaigns
क्योंकि बीमारी से लड़ सकते हैं —
पर judgement से कोई कैसे लड़े?
Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.
40 के बाद शर्ट से बा...
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