बलूच लिबरेशन आर्मी के हमले क्या पाकिस्तान के बंटवारे की शुरुआत हैं? बढ़ते तनाव पर उठे गंभीर सवाल
- bypari rathore
- 06 August, 2025

📝 समाचार लेख:
पाकिस्तान इन दिनों गंभीर आंतरिक और बाहरी चुनौतियों से जूझ रहा है। एक ओर कश्मीर और भारत के मसले पर उसे बार-बार कूटनीतिक हार का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर देश के अंदरूनी हिस्सों में अलगाववादी ताकतें सिर उठाने लगी हैं।
सबसे बड़ा उदाहरण है बलूचिस्तान, जहां बलोच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तानी सेना और सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर लगातार हमले तेज कर दिए हैं। ये हमले न केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं, बल्कि यह भी दर्शा रहे हैं कि बलूच विद्रोह अब एक नए स्तर पर पहुंच चुका है।
🔥 बलूच लिबरेशन आर्मी के इरादे साफ़ हैं
BLA की मंशा स्पष्ट है — एक स्वतंत्र बलूचिस्तान की स्थापना। दशकों से चल रहे आंदोलन को अब एक तरह से 'ओपन वॉर' का रूप मिल रहा है। पाकिस्तानी सेना इन हमलों को दबाने में नाकाम नजर आ रही है, जिससे वहां के हालात और अधिक बिगड़ते जा रहे हैं।
📉 पाकिस्तान की अंदरूनी कमजोरियां उजागर
पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता, चरमराती अर्थव्यवस्था और बढ़ती जनता की नाराजगी ने देश को एक अंदरूनी संकट की ओर धकेल दिया है। बलूचिस्तान की स्थिति इस बात की चेतावनी है कि अगर यह दबा नहीं तो यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा विभाजनकारी मोड़ बन सकता है।
❓ क्या यह पाकिस्तान के बंटवारे की शुरुआत है?
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर बलूच आंदोलन को दबाने में पाकिस्तानी सरकार विफल रहती है, और यदि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे समर्थन मिलने लगे, तो यह स्थिति पाकिस्तान के बंटवारे की भूमिका बन सकती है। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाज़ी होगी, लेकिन संकेत गंभीर हैं।
📌 निष्कर्ष:
बलूच लिबरेशन आर्मी की आक्रामक कार्रवाई न केवल पाकिस्तान के लिए एक सुरक्षा चुनौती है, बल्कि यह उसके भविष्य की अखंडता पर भी सवाल खड़े कर रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि पाकिस्तानी सरकार इन हालात से कैसे निपटती है – दमन से या संवाद से।

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