फ्रांसीसी जैव-रसायनज्ञ ने बताया ‘नंबर 1 सप्लीमेंट’ और क्यों यह वास्तव में मायने रखता है
- byAman Prajapat
- 11 November, 2025
कहानी शुरू होती है पेरिस की लैब से...
सर्दियों की सुबह थी, जब पेरिस की एक बायोकेमिस्ट Jessie Inchauspé अपने ब्लड शुगर मॉनिटर पर नज़र डाल रही थीं। हर दिन की तरह, उन्होंने अपने ग्लूकोज़ ग्राफ को देखा — और पाया कि उनके भोजन के बाद आने वाले स्पाइक्स, यानी ब्लड शुगर के अचानक बढ़ने के स्तर, लगातार घट रहे थे।
उसी दिन से उन्होंने अपने एक छोटे से प्रयोग को दुनिया के सामने लाने का निश्चय किया।
वो प्रयोग था — “Mulberry Leaf Extract” (मलबेरी पत्ती का अर्क)।
कौन हैं Jessie Inchauspé?
Jessie फ्रांस की एक प्रसिद्ध बायोकेमिस्ट और न्यूट्रिशन एक्सपर्ट हैं, जिन्हें दुनिया “Glucose Goddess” के नाम से जानती है।
वो Instagram और अपने बेस्ट-सेलर किताब Glucose Revolution के ज़रिए लाखों लोगों को सिखाती हैं कि हमारे खाने और ब्लड शुगर के बीच का रिश्ता कितना अहम है।
उनका मानना है — “अगर आप अपने ग्लूकोज़ को स्थिर रख सकते हैं, तो आप अपने मूड, नींद, वजन, स्किन और फोकस — सब कुछ सुधार सकते हैं।”
मलबेरी लिफ़ एक्सट्रैक्ट क्या है?
मलबेरी (शहतूत) के पेड़ की पत्तियों से निकाला गया अर्क। ये पत्तियाँ सदियों से एशियाई पारंपरिक चिकित्सा में इस्तेमाल होती आई हैं — खासकर चीन, जापान और कोरिया में।
इन पत्तियों में मौजूद मुख्य तत्व है 1-deoxynojirimycin (DNJ), जो कार्बोहाइड्रेट्स को ग्लूकोज़ में बदलने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है।
यानि, जब आप ब्रेड, राइस, या मिठाई खाते हैं, तो ये पत्तियों का अर्क आपके शरीर में एंज़ाइम को रोक देता है जो स्टार्च को ग्लूकोज़ में बदलते हैं।
इससे आपके ब्लड में एकदम से शुगर नहीं बढ़ती — बल्कि धीरे-धीरे रिलीज होती है।
क्यों कहा गया इसे “No. 1 Supplement”?
Jessie ने अपने ब्लड शुगर ट्रैकिंग डेटा के आधार पर पाया कि Mulberry Leaf Extract लेने के बाद उनके तीन मुख्य पैरामीटर सुधरे:
Fasting Glucose Level — खाली पेट शुगर का स्तर घटा।
HbA1c (तीन महीनों की औसत शुगर) — इसमें गिरावट आई।
Fasting Insulin Level — इंसुलिन का स्तर स्थिर हुआ।
उन्होंने बताया कि वह रोज़ाना लगभग 250 मिलीग्राम Mulberry Leaf Extract लेती हैं — कभी अकेले, कभी अपने ग्लूकोज़-संतुलन वाले पेय के साथ।
ग्लूकोज़ स्पाइक्स: असली छिपा खतरा
हम अक्सर सोचते हैं कि सिर्फ डायबिटीज़ वाले लोगों को ब्लड शुगर की चिंता करनी चाहिए,
पर हकीकत ये है कि हर व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज़ का उतार-चढ़ाव उसकी ऊर्जा, भूख, नींद और मूड को तय करता है।
जब आप मीठा या ज्यादा कार्बोहाइड्रेट खाते हैं — जैसे पिज्ज़ा, बर्गर, पास्ता या स्वीट ड्रिंक्स — तो आपका ग्लूकोज़ तेजी से बढ़ता है।
फिर कुछ ही घंटों में तेजी से गिर जाता है — जिससे थकान, चिड़चिड़ापन, और craving बढ़ती है।
यही “ब्लड शुगर रोलर-कोस्टर” लंबी अवधि में इंसुलिन रेज़िस्टेंस और फैट स्टोरेज की जड़ बनता है।
Jessie का कहना है — “अगर आप अपने स्पाइक्स को नियंत्रित कर लें, तो 80% हेल्थ प्रॉब्लम अपने-आप कम हो जाती हैं।”
Mulberry Leaf Extract का विज्ञान
वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि मलबेरी की पत्तियों में मौजूद DNJ
α-glucosidase enzyme को inhibit करता है — यही एंज़ाइम पाचन के दौरान जटिल कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज़ में बदलता है।
इससे होता ये है कि:
ग्लूकोज़ धीरे-धीरे bloodstream में जाता है।
इंसुलिन का उछाल कम होता है।
लिवर पर लोड घटता है।
और शरीर ऊर्जा का इस्तेमाल धीरे-धीरे करता है, न कि फैट के रूप में स्टोर करता है।
कई शोधों में दिखाया गया है कि Mulberry Leaf Extract टाइप 2 डायबिटीज़ के शुरुआती स्टेज वाले लोगों में ब्लड शुगर सुधार सकता है।

सप्लीमेंट के फायदे — Jessie के अनुसार
🌱 ब्लड शुगर में स्थिरता
🌱 भूख और cravings में कमी
🌱 मानसिक स्पष्टता और फोकस में सुधार
🌱 ऊर्जा में स्थिरता
🌱 वजन नियंत्रण में सहायता
🌱 त्वचा में निखार — क्योंकि उच्च ग्लूकोज़ कोलेजन को नुकसान पहुँचाता है
Jessie का दावा है कि इन बदलावों को सिर्फ कुछ हफ़्तों में महसूस किया जा सकता है।
लेकिन हर सिक्के का दूसरा पहलू भी होता है…
वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि किसी भी सप्लीमेंट को “चमत्कारिक दवा” समझना गलत है।
Mulberry Leaf Extract की प्रभावशीलता व्यक्ति-व्यक्ति पर निर्भर करती है।
कुछ लोगों में यह mild digestive discomfort पैदा कर सकता है।
⚠️ सावधानी:
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाएं इसे डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
जिनका शुगर पहले से बहुत कम है, वे भी सतर्क रहें।
अगर आप किसी अन्य ब्लड-शुगर-कंट्रोल दवा पर हैं, तो पहले चिकित्सक से परामर्श ज़रूरी है।
फ्रांस से लेकर भारत तक — बढ़ती लोकप्रियता
पश्चिमी देशों में Jessie Inchauspé के वीडियो वायरल होने के बाद
Mulberry Leaf Extract की बिक्री में अचानक उछाल देखा गया।
अब भारत में भी इसे “शहतूत पत्ती कैप्सूल” या “Mulberry Leaf Powder” नाम से हेल्थ स्टोर्स और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म्स पर बेचा जा रहा है।
भारतीय उपभोक्ताओं के लिए खास बात ये है कि शहतूत (मलबेरी) हमारे देश में खुद उगता है।
इसलिए अगर सही तरीके से प्रोसेस किया जाए, तो ये देशी और सस्ता विकल्प हो सकता है।
क्लिनिकल रिसर्च क्या कहती है?
Journal of Food and Drug Analysis (2018) में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, मलबेरी पत्तियों का अर्क ग्लूकोज़ अवशोषण को कम करता है।
Phytotherapy Research (2019) में इसे “natural α-glucosidase inhibitor” कहा गया है।
Diabetes Therapy Journal (2022) में बताया गया कि 12 हफ्तों के सेवन के बाद HbA1c में औसतन 0.4% की कमी आई।
हालांकि, लंबे समय तक और बड़े पैमाने पर अध्ययन अभी भी चल रहे हैं।
क्या डॉक्टर भी इसे मान्यता देते हैं?
कई एंडोक्रिनोलॉजिस्ट का मानना है कि ये एक “सुरक्षित, low-risk सप्लीमेंट” हो सकता है
— लेकिन इसे जीवनशैली सुधार के साथ ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
यानि, सिर्फ गोली खाकर आप हेल्दी नहीं हो सकते; आपको अपने खाने, नींद और स्ट्रेस पर भी ध्यान देना होगा।
भारत के संदर्भ में इसका महत्व
भारत दुनिया की “डायबिटीज़ कैपिटल” कहलाता है —
करीब 10 करोड़ लोग डायबिटीज़ या प्रीडायबिटीज़ से जूझ रहे हैं।
ऐसे में अगर कोई प्राकृतिक सप्लीमेंट ग्लूकोज़ स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है,
तो ये भारतीय जनस्वास्थ्य के लिए उम्मीद की किरण बन सकता है।
लोगों की प्रतिक्रियाएँ
Jessie के वीडियो पर लाखों लोगों ने अपने अनुभव साझा किए:
“मैंने इसे दो हफ़्ते लिया और अब खाना खाने के बाद थकान नहीं होती।”
“मेरे शुगर स्पाइक्स आधे रह गए हैं, Apple Watch से मॉनिटर किया है।”
“पहले हर 3 घंटे में भूख लगती थी, अब स्थिर महसूस करता हूँ।”
ऐसे हजारों कमेंट्स ने इस ट्रेंड को वायरल कर दिया।
एक नया हेल्थ मूवमेंट: ‘ग्लूकोज़ स्मार्टनेस’
Jessie Inchauspé सिर्फ सप्लीमेंट नहीं बेचतीं, वो एक नया सोचने का तरीका देती हैं —
कि हमें अपने शरीर की रासायनिक भाषा समझनी चाहिए।
उनकी “Glucose Goddess Method” बताती है कि कैसे भोजन का क्रम, सिरका, वॉक, और अब Mulberry Leaf Extract —
ये सब मिलकर हमें “ग्लूकोज़-स्मार्ट” बना सकते हैं।
अंत में — सच्चाई का सार
सप्लीमेंट्स जीवन का सहारा नहीं, संतुलन का सहायक हैं।
मलबेरी लिफ़ एक्सट्रैक्ट कोई जादू नहीं, लेकिन एक छोटा-सा जैव-रासायनिक चमत्कार जरूर है।
इसका असर धीरे-धीरे दिखता है, जैसे पत्तों से गिरती ओस — कम दिखाई देती है,
पर ज़मीन को नम रखती है।
Jessie Inchauspé के शब्दों में —
“विज्ञान ने हमें बताया है कि छोटी-छोटी चीज़ें बड़ी-बड़ी बीमारियों को रोक सकती हैं। बस हमें उन्हें सुनना सीखना है।”
Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.
देखिए सुष्मिता सेन...
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