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मेटाबॉलिज्म को बढ़ाएं-नैचुरल तरीके से: ये 5 फूड्स रखें अपनी डाइट में

मेटाबॉलिज्म को बढ़ाएं-नैचुरल तरीके से: ये 5 फूड्स रखें अपनी डाइट में

जब हम कहते हैं कि हमारा मेटाबॉलिज्म स्लो हो गया है, तो असल में हम उस प्रक्रिया की बात कर रहे हैं जिसमें हमारा शरीर खाने-पीने को ऊर्जा में बदलता है। Harvard Health Publishing के अनुसार, मेटाबॉलिज्म एक आंतरिक प्रक्रिया है जो कैलोरी को ऊर्जा में बदलने का काम करती है।  
लेकिन बात यह है कि इस मेटाबॉलिक इंजन (जैसे-आप सोचिए) को अगर सही “ईंधन” मिल जाए तो वह बेहतर तरीके से काम करता है — यानी कैलोरी को जल्दी बर्न करता है, कम फ्याट जमा करता है, और हमें ज्यादा एनर्जी मिलती है।

डायटीशियन Niru Kumari (कानपुर के Regency Hospital की एक्जीक्यूटिव डायटीशियन) की सलाह है कि कुछ रोज-रोज के खाने-पीने के विकल्प हमारे मेटाबॉलिज्म को नेचुरली बूस्ट कर सकते हैं। 
आइए उन 5 खाद्य पदार्थों को समझते हैं — क्यों काम करते हैं, कितनी मात्रा में रखें और इन्हें कैसे अपनी डाइट में शामिल करें।

1. ग्रीन टी

पहला विकल्प है ग्रीन टी।
क्यों: ग्रीन टी में कैटेचिन नामक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कि मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाने में मदद करते हैं। 
मात्रा: दिन में 2–3 कप ग्रीन टी ले सकते हैं। 
कैसे शामिल करें: सुबह उठकर ग्रीन टी लें — बिना बहुत ज़्यादा मीठा डाले। दिन में बीच-बीच में भी ले सकते हैं, लेकिन बहुत late evening न हो क्योंकि नींद प्रभावित हो सकती है।
टिप्स: अगर आप कैफीन के प्रति संवेदनशील हैं तो decaf ग्रीन टी विकल्प चुन सकते हैं। गर्म मौसम में ठंडी ग्रीन टी या ग्रीन आईस टी जैसे विकल्प भी काम कर सकते हैं।

2. चिली पेपर (मिर्च)

दूसरा विकल्प है चिली पेपर या तिखी लाल मिर्च।
क्यों: लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक यौगिक होता है, जो शरीर में हल्की “हीट” पैदा करता है और कैलोरी को बर्न करने में मदद कर सकता है। 
मात्रा: सप्ताह में कुछ बार — जैसे भोजन में एक चुटकी ताजी कटी हुई मिर्च या लाल मिर्च पाउडर डाल सकते हैं।  
कैसे शामिल करें: सब्जियों में, सलाद में, पुलाव-भात या दाल में हल्की मिर्च डालें।
टिप्स: अगर आपकी जठररोग संवेदनशील है (जैसे गैस, अम्लता), तो मिर्च की मात्रा कम रखें क्योंकि अधिक तीखी मिर्च से समस्या हो सकती है।

3. ग्रीक योगर्ट

तीसरा विकल्प — ग्रीक योगर्ट।
क्यों: ग्रीक योगर्ट में प्रोटीन की मात्रा ज़्यादा होती है, साथ-ही प्रोबायोटिक्स भी होते हैं जिनसे गुट स्वास्थ्य बेहतर होता है — और एक स्वस्थ जठरगुहा बेहतर मेटाबॉलिज्म से जुड़ा है।  
मात्रा: लगभग 150 ग्राम (~एक छोटा बाउल) ग्रीक योगर्ट पर्याप्त है।  
कैसे शामिल करें: नाश्ते में एक बाउल ग्रीक योगर्ट लें, साथ में कुछ फल या ओट्स मिला सकते हैं।
टिप्स: ध्यान दें कि फ्लेवर्ड या मीठा एडेड योगर्ट लें, तो शुगर भी ज़्यादा होगी — बेहतर है प्लेन ग्रीक योगर्ट लें और खुद फल या थोड़ी शहद डालें।

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4. साबुत अनाज (Whole Grains) – जैसे क्विनोआ, ब्राउन राइस

चौथा विकल्प — साबुत अनाज, खासकर क्विनोआ।
क्यों: साबुत अनाज में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन-मिनरल ज़्यादा होते हैं। क्विनोआ में अपेक्षाकृत ज़्यादा प्रोटीन मिलती है और ब्राउन राइस की तुलना में बेहतर है। 
मात्रा: प्रतिदिन एक भोजन में एक सर्विंग साबुत अनाज शामिल करें; उदाहरण के लिए क्विनोआ या ब्राउन राइस में से।
कैसे शामिल करें: सफेद राइस या पेटीज़ेटो की बजाय क्विनोआ-सलाद लें, खाना-भात में ब्राउन राइस रखें।
टिप्स: आज-कल बाज़ार में क्विनोआ थोड़ी महँगी हो सकती है, लेकिन इसे छोटी मात्रा में शामिल करके शुरू कर सकते हैं। स्वाद सुधरने में समय लगेगा लेकिन धीरे-धीरे आदत बन जाएगी।

5. कॉफी (Moderate)

पाँचवा विकल्प — कॉफी।
क्यों: कॉफी में कैफीन होती है जो तंत्रिका तंत्र को सक्रिय कर सकती है और कैलोरी खर्च को बढ़ा सकती है।  
मात्रा: सुबह में एक कप बिना बहुत शुगर और क्रीम के लें।  
कैसे शामिल करें: नाश्ते के बाद या जल्दी-सुबह ले सकते हैं।
टिप्स: ध्यान रखें — देर रात कॉफी लेने से नींद प्रभावित हो सकती है और नींद कम होगी तो मेटाबॉलिज्म ख़राब हो सकता है। इसलिए संतुलन ज़रूरी है।

अन्य बातें जिन्हें ध्यान देना चाहिए

मेटाबॉलिज्म सिर्फ खानपान से नहीं चलता — मसल मास (मांसपेशियाँ) महत्वपूर्ण है। जैसा कि अध्ययन बताते हैं, मांसपेशियाँ फैट की तुलना में कैलोरी अधिक बर्न करती हैं।  

हाइड्रेशन भी बड़ी भूमिका निभाता है। पानी कम होने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है।  

नींद और तनाव — अगर नींद पूरी नहीं हो रही या आपने बहुत तनाव लिया है, तो मेटाबॉलिज्म स्वतः धीमा हो सकता है। ध्यान रखें।

मिराकल फूड्स जैसी कोई चीज नहीं — यह फूड्स अकेले जादू नहीं चलाते; नियमितता, संतुलित आहार, फिजिकल एक्टिविटी के साथ होने चाहिए।  

भारतीय संदर्भ में: इन फूड्स को अपनी स्थानीय आहार-शैली के साथ एडजस्ट किया जा सकता है — जैसे क्विनोआ के बजाय हल्दी दलिया-ब्राउन चावल; ग्रीक योगर्ट के बजाय बिना शुगर वाला दही; चिली के बजाय हल्की मिर्च/हरी मिर्च।

निष्कर्ष

तो, अगर आप चाहते हैं कि आपका मेटाबॉलिज्म सही-से चले, तो इन 5 फूड्स को अपनी डायट में शामिल करिए — ग्रीन टी, चिली पेपर, ग्रीक योगर्ट, साबुत अनाज (खासकर क्विनोआ), और कॉफी (मॉडरेशन में)। लेकिन यही नहीं — साथ में फिजिकल एक्टिविटी, अच्छी नींद, और पर्याप्त पानी भी बड़ी भूमिका निभाते हैं।
और हाँ — हर किसी का शरीर अलग है, जो एक व्यक्ति के लिए काम करता है वह दूसरे में उतना असर नहीं दिखा सकता। अगर आपको किसी चिकित्सकीय समस्या है, तो डायटीशियन या डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

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