Follow Us:

Stay updated with the latest news, stories, and insights that matter — fast, accurate, and unbiased. Powered by facts, driven by you.

भारत ने जिससे पाकिस्तान में मचाई तबाही, अमेरिका ने उसी जैसी मिसाइल से ईरान में काटा गदर – टॉमहॉक बनाम ब्रह्मोस कौन ज़्यादा घातक?

भारत ने जिससे पाकिस्तान में मचाई तबाही, अमेरिका ने उसी जैसी मिसाइल से ईरान में काटा गदर – टॉमहॉक बनाम ब्रह्मोस कौन ज़्यादा घातक?

भारत ने जिससे पाकिस्तान में मचाई तबाही, अमेरिका ने उसी जैसी मिसाइल से ईरान में काटा गदर – टॉमहॉक बनाम ब्रह्मोस कौन ज़्यादा घातक?

📝 समाचार लेख:

नई दिल्ली/वॉशिंगटन/तेहरान:
पश्चिम एशिया में ईरान और इज़रायल के बीच जारी तनाव के बीच अमेरिका द्वारा किए गए हमलों में टॉमहॉक क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल चर्चा का विषय बन गया है। दिलचस्प बात यह है कि भारत भी हाल ही में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के दम पर पाकिस्तान को जवाब दे चुका है। ऐसे में अब सवाल उठता है — कौन सी मिसाइल ज्यादा खतरनाक है? ब्रह्मोस या टॉमहॉक?

🔥 टॉमहॉक मिसाइल – अमेरिका का अचूक हथियार

अमेरिका ने ईरान पर दागा अपना वाला 'ब्रह्मोस', हर तरफ तबाही से हाहाकार
ब्रह्मोस और टॉमहॉक मिसाइलें.

रेंज: 1,600 किमी तक

स्पीड: सबसोनिक (~880 किमी/घंटा)

दक्षता: सटीक लक्ष्य भेदन, गहराई में मार करने की क्षमता

प्रयोग: खाड़ी युद्ध, अफगानिस्तान, सीरिया और अब ईरान में उपयोग

ब्रह्मोस मिसाइल – भारत-रूस का सुपरसोनिक जलवा

रेंज: ~500 किमी (नई वर्ज़न 800+ किमी तक)

स्पीड: सुपरसोनिक (Mach 2.8–3.0) (~3,700 किमी/घंटा)

दक्षता: तेज रफ्तार के चलते दुश्मन को इंटरसेप्ट करने का मौका नहीं

प्रयोग: पाकिस्तान LOC पर प्रहार में सफल परीक्षण, नेवी, एयरफोर्स, आर्मी तीनों में तैनात

🔍 ब्रह्मोस बनाम टॉमहॉक: कौन आगे?

फीचरब्रह्मोसटॉमहॉक
स्पीडसुपरसोनिक (Mach 2.8+)सबसोनिक (~Mach 0.8)
रेंज~500–800 किमी~1,600 किमी
लॉन्च प्लेटफॉर्मएयर, लैंड, सी, सबमरीनएयर, सी, सबमरीन
सटीकताबहुत अधिकबहुत अधिक
इंटरसेप्ट रिस्ककम (तेज रफ्तार)अधिक (धीमी गति)

 

विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रह्मोस अपनी स्पीड और टैक्टिकल शॉक इफेक्ट के कारण मुकाबले में आगे है, जबकि टॉमहॉक लंबी दूरी और ऑपरेशनल इतिहास के लिए जाना जाता है।

🧭 सैन्य रणनीति में बढ़ती मिसाइलों की भूमिका

ईरान-अमेरिका-इज़रायल संघर्ष हो या भारत-पाकिस्तान की LOC पर बढ़ती आक्रामकता — एक बात साफ है कि भविष्य के युद्धों में सटीक, तेज़ और तकनीकी मिसाइलें निर्णायक भूमिका निभाने वाली हैं।


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

Share: