छात्रों के कुल बंद की घोषणा के बीच — Panjab University ने 26 नवंबर को अवकाश घोषित किया, परीक्षाएं स्थगित
- byAman Prajapat
- 26 November, 2025
पंजाब यूनिवर्सिटी (PU), चंडीगढ़ —
नवंबर 2025 के इस कड़ाके भरे शीत-महिने में, विश्वविद्यालय के गलियारों में जो हलचल है, वह सिर्फ ठंडी हवा की नहीं। यह हलचल है छात्रों की आवाज़ की — उन युवाओं की, जो अपने हक के लिए खड़े हैं। पिछले कई सप्ताह से जारी आंदोलन और लंबित Panjab University Bachao Morcha (PUBM) की मांगों के बीच, 26 नवंबर 2025 को एक ऐसा निर्णय सामने आया जिसने विश्वविद्यालय के रोज़मर्रा के जीवन को — और सबसे ज़्यादा — विद्यार्थियों की पढ़ाई-परीक्षा को पूरी तरह से प्रभावित किया।
🔹 आंदोलन की पृष्ठभूमि
PUBM और अन्य छात्र-समूहों ने विरोध शुरू किया था उस वक़्त जब विश्वविद्यालय में सीनेट (Senate) चुनावों की स्थिति अनिर्णीत बनी रही। इन चुनावों में देरी, शैक्षणिक और प्रशासनिक फैसलों में ठहराव, और छात्रों व शिक्षकों दोनों के लिए अनिश्चितता — यह सब मिलकर अकादमिक वातावरण में असंतोष की आग लग गए।
10 नवंबर 2025 को छात्रों ने बड़े प्रदर्शन किए, विश्वविद्यालय के गेटों पर धुलाई और संघर्ष हुआ। सुरक्षा व्यवस्था, कर्मचारी व अधिकारियों के साथ टकराव, और जिस वेलगुण के लिए यूनिवर्सिटी जानी जाती है — उसकी गरिमा पर सवाल खड़े हो गए। हालाँकि बाद में नोटिस वापस लिया गया, पर छात्रों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
मांग सीधी थी — लम्बित सीनेट चुनावों की तारीख का तत्काल घोषण — ताकि विश्वविद्यालय में लोकतांत्रिक प्रबंधन बहाल हो सके। छात्रों ने आगाह किया कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो विश्वविद्यालय बंद (shutdown / bandh) का अभियान चलाया जाएगा।
🔹 बंद की घोषणा व अवकाश
जैसा कि PUBM ने 26 नवंबर को कुल बंद का आह्वान किया, विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षात्मक व शैक्षणिक कारणों का हवाला देते हुए 26 नवंबर को पूरी यूनिवर्सिटी — शिक्षण विभाग, गैर-शिक्षण विभाग, दफ्तर — सब बंद रहने का नोटिस जारी किया।
इस आदेश में स्पष्ट किया गया कि निर्धारित परीक्षाएं, जो 26 नवंबर को PU-कैंपस में होनी थीं, उन्हें स्थगित किया जा रहा है। जिन परीक्षा-केंद्रों (centres) में परीक्षाएं थीं — CHD40, CHD41, CHD43, CHD44 (PU कैंपस, सेक्टर 14) — उन्हें पहले DAV College, Sector 10, Chandigarh में शिफ्ट किया गया था, पर अब स्थगन का निर्णय लिया गया। PU ने साफ कहा है कि नई तिथि बाद में घोषित की जाएगी।
दिलचस्प बात यह है कि मीडिया रिपोर्ट्स से पहले, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक दिन पहले ही (24 नवंबर को) 26 नवंबर को कामकाजी दिन घोषित कर दिया था — शिक्षक एवं विभागाध्यक्ष 9 बजे से 5 बजे तक ड्यूटी पर रहने को कहा गया था। पर आंदोलन की चहल-पहल व बंद की धमकी के बीच, प्रशासन को कदम पीछे हटाना पड़ा।

🔹 परीक्षा-समय सारिणी और शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित
यह घटना पहले से चल रहे परीक्षा स्थगन की कड़ियों में एक और कड़ी है। 18–20 नवंबर 2025 में भी छात्रों के परीक्षा बहिष्कार के कारण परीक्षा टाली जा चुकी थी।
इस बार 26 नवंबर की रद्दीकरण — एक बार फिर से पूरे शैक्षणिक कैलेंडर को अस्त-व्यस्त कर सकती है। कई पाठ्यक्रम, समय-सारिणियाँ, विभागीय अध्ययन योजनाएँ — सब पर असर पड़ा है। फाइनल-इयर विद्यार्थियों के लिए, या समय-सीमा वाले पाठ्यक्रमों के लिए — यह बदलाव चिंताजनक है।
प्रशासन ने कहा है कि नई तारीखों की सूचना बाद में दी जाएगी; लेकिन यह अनिश्चितता, तनाव व असमंजस — छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए — जारी है।
🔹 छात्रों की प्रतिक्रिया, मांगें और भविष्य
विद्यार्थी पुरजोर तरीके से मांग कर रहे हैं कि सीनेट चुनाव की तारीख तुरंत घोषित हो। वे इसे न सिर्फ अपनी आवाज़, बल्कि विश्वविद्यालय की लोकतांत्रिक परंपरा व स्वायत्तता का सवाल मान रहे हैं।
PUBM के अनुसार, अगर उनकी मांग नहीं मानी गई — तो बंद की प्रक्रिया जारी रहेगी। और यह बंद सिर्फ एक दिन का नहीं — लंबी लड़ाई की तैयारी हो सकती है।
प्रशासकीय रवैया, असमंजस व मांगों की अनदेखी छात्रों में गुस्सा और असंतोष बढ़ा रही है। इसके चलते विश्वविद्यालय का माहौल तनावपूर्ण होता जा रहा है — जो शिक्षा व छात्र जीवन दोनों के लिए खतरनाक है।
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"हाईकोर्ट ने प्राइव...
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