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दिल्ली के Seelampur में हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भून डाला, 7 मामलों में था शामिल

दिल्ली के Seelampur में हिस्ट्रीशीटर को गोलियों से भून डाला, 7 मामलों में था शामिल

रात की नमी में जब पुरानी दिल्ली की गलियों में सिर्फ चाय की भाप और रिक्शों की चरमराहट सुनाई दे रही थी — उसी वक्त सीलमपुर की सड़क पर गोलियों की झड़ी ने शहर की नींद उड़ा दी।
22 साल का मिस्बाह, जो स्थानीय स्तर पर “मिस्बाह डॉन” नाम से जाना जाता था, अपने घर से कुछ ही दूर जामा मस्जिद के पास दोस्तों से मिलने गया था। किसी को अंदाज़ा भी नहीं था कि वो वापस ज़िंदा नहीं लौटेगा।

🔫 हमला: एक मिनट में मौत का खेल

पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, रात लगभग 10:40 बजे, कुछ अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने मिस्बाह पर ताबड़तोड़ 20 से ज़्यादा गोलियाँ दाग दीं।
मौके पर ही अफरातफरी मच गई। लोग दरवाज़े बंद करने लगे, सड़कें सूनी हो गईं।
जब पुलिस मौके पर पहुँची, तो जमीन पर पड़े खाली कार्ट्रिज मानो एक कहानी कह रहे थे — किसी ने हिसाब बराबर किया है।

फॉरेंसिक टीम ने मौके से 22 बुलेट शेल्स बरामद किए। CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं जिसमें दो बाइक और तीन संदिग्धों की परछाइयाँ दिखाई दी हैं।

⚖️ कौन था मिस्बाह?

मिस्बाह कोई आम युवक नहीं था।
वो पहले से ही 7 संगीन मामलों में पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज था —

हत्या का प्रयास,

अवैध हथियारों का उपयोग,

लूट और धमकी,

और एक केस आर्म्स एक्ट के तहत।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि मिस्बाह लंबे समय से हाशिम बाबा गैंग से जुड़ा हुआ था — वही गैंग जिसने पिछले साल भी जाफराबाद में एक युवक की गोली मारकर हत्या की थी।
मिस्बाह के खिलाफ कई इलाकों में वारंट जारी थे लेकिन वह अक्सर अदालत की तारीख से पहले गायब हो जाता था।

🚨 पुलिस की जांच और शुरुआती सुराग

घटना के बाद दिल्ली पुलिस के नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट डीसीपी, जॉय तिर्के ने बताया —

“यह स्पष्ट रूप से एक गैंग-वार का मामला लगता है। मिस्बाह का जुड़ाव आपराधिक गिरोह से था और उसके विरोधियों ने बदले की कार्रवाई की।”

पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, और अब हत्या में शामिल गिरोहों की तलाश में स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की टीमें लगाई गई हैं।
CCTV फुटेज, मोबाइल टॉवर लोकेशन और पुरानी दुश्मनी की फाइलें — सब खंगाली जा रही हैं।

🏙️ इलाके का माहौल — डर और गुस्से के बीच

सीलमपुर, जाफराबाद, मौजपुर और ब्रह्मपुरी — ये वो इलाके हैं जो पहले से ही अपराध के लिए बदनाम रहे हैं।
कभी किसी दुकान का झगड़ा, तो कभी गैंग के बीच पुराना हिसाब, और नतीजा — सड़क पर गोलियाँ।
स्थानीय लोग कहते हैं कि मिस्बाह की मौत किसी पुराने झगड़े का बदला लगती है।

एक दुकानदार ने कहा —

“हमने अचानक फायरिंग की आवाज़ सुनी, फिर बस चीखें। ऐसा लगा जैसे युद्ध चल रहा हो। कोई भी दरवाज़े से बाहर नहीं निकला।”

इलाके में अब भी भारी पुलिस बल तैनात है, ताकि कोई और हिंसा ना भड़क उठे।

🕵️‍♂️ गैंगवार की सच्चाई

दिल्ली के नॉर्थ-ईस्ट इलाके में पिछले कुछ महीनों से दो गैंगों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही है —
हाशिम बाबा गैंग और नासिर उर्फ हंटर गिरोह।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मिस्बाह इन गैंग्स के बीच का “संपर्क सूत्र” था और पिछले महीने हुई एक लूट में शामिल था।
यही वजह है कि पुलिस को शक है —
ये हत्या एक “गैंग क्लीन-अप ऑपरेशन” की तरह प्लान की गई।

⚔️ दिल्ली की सड़कों पर बढ़ता गैंग क्राइम

ये पहली बार नहीं है जब दिल्ली के किसी इलाके में इस तरह गोलियों की गूंज सुनाई दी हो।
बीते साल ही यमुना विहार, सुभाष पार्क और भजनपुरा में तीन अलग-अलग फायरिंग की घटनाएँ हो चुकी हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक, “इन इलाकों में गैंग कल्चर इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि बेरोज़गारी, इलाके का राजनीतिक प्रभाव और नशे का कारोबार – तीनों का जाल गहरा है।”

⚖️ पुलिस और समाज के लिए चुनौती

अब सवाल सिर्फ इतना नहीं कि “किसने मारा?”
असल सवाल ये है — “ऐसे लोग पैदा कैसे हो रहे हैं जो मौत को खेल बना देते हैं?”

दिल्ली पुलिस लगातार ‘ऑपरेशन क्लीन’ चलाती है, लेकिन नए चेहरे बार-बार उभर आते हैं।
युवा अपराधियों को गैंग्स पैसे, रुतबा और बदले के वादे देकर भर्ती कर लेते हैं।
ऐसे में जरूरत है कि पुलिस के साथ-साथ समाज भी जागे — ताकि अपराध की जड़ पर प्रहार किया जा सके, सिर्फ शाखाओं पर नहीं।

🩸 निष्कर्ष — मौत जो सवाल छोड़ गई

मिस्बाह अब नहीं रहा, लेकिन उसकी मौत ने बहुत से सवाल हवा में छोड़ दिए हैं —
क्या दिल्ली में गैंगवार अब “नई नॉर्मल” बन गया है?
क्या किसी की हत्या अब सिर्फ एक “स्कोर सेटल” करने का तरीका रह गया है?
और सबसे बड़ा सवाल — क्या कानून और व्यवस्था उस डर को मिटा पाएंगे जो हर फायरिंग के बाद लोगों के दिलों में बैठ जाता है?

दिल्ली की वो सर्द हवा, जिसमें चाय की खुशबू हुआ करती थी,
अब बारूद की गंध से भर गई है।
और जब तक शहर अपनी गलियों में शांति नहीं लौटाएगा —
तब तक ये खबरें बस एक “Breaking News” नहीं,
बल्कि एक “Mirror of Society” बनती रहेंगी। 🕯️


Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.

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