क्रिएटिन किडनी को नहीं करता सीधे नुकसान — लेकिन टेस्ट में झूठा ‘खतरा’ बन सकता है
- byAman Prajapat
- 04 December, 2025
बहुत से जिम जाने वाले युवाओं और वर्कआउट प्रेमियों के लिए, क्रिएटिन सप्लीमेंट मानो मायावी टॉनिक — ताकत बढ़ाने, मसल्स बनाने, वर्कआउट रिकवरी त्वरित करने के लिए। लेकिन क्या आपने कभी यह डर महसूस किया कि “अगर मैं क्रिएटिन लूंगा, क्या मेरी किडनी खराब हो सकती है?” अब एक ब्रिटिश सर्जन के हवाले से — और वैज्ञानिक अध्ययनों से — आइए जानें सच्चाई।
✨ क्रिएटिन और क्रिएटिनिन — फर्क समझना ज़रूरी है
जब आप क्रिएटिन लेते हैं, तो आपके मसल्स में यह जमा होता है और धीरे-धीरे टूटकर एक कृत्रिम अपशिष्ट उत्पाद बनता है: क्रिएटिनिन (creatinine)।
किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT) में अक्सर क्रिएटिनिन का स्तर देखा जाता है — क्योंकि किडनी को यह अपशिष्ट बाहर फ़िल्टर करना होता है।
सप्लीमेंट की वजह से यदि आपका क्रिएटिनिन अस्थायी रूप से बढ़ जाए — तो कई बार टेस्ट रिपोर्ट में किडनी की खराबी जैसा दिख सकता है, जबकि असल में किडनी पूरी तरह ठीक हो सकती है। यानी यह एक झूठी चेतावनी हो सकती है, “false alarm”।
इसलिए, जैसा कि ब्रिटिश सर्जन कह रहे हैं — अगर आपका KFT रिपोर्ट में क्रिएटिनिन थोड़ा ऊँचा दिखे, तो घबराइए मत; पहले समझिए कि क्रिएटिन की खुराक और समय-सीमा क्या थी।
📚 शोध क्या कहता है — सावधानी और संतुलन।
एक बड़े विश्लेषण (meta-analysis) में 290 अध्ययन देखे गए; जब आम खुराक में क्रिएटिन लिया गया, तो “सेरम क्रिएटिनिन या यूरिया (blood urea)” में ऐसे परिवर्तन नहीं पाए गए जो किडनी खराबी का संकेत देते हों।
स्वास्थ्य संस्थान और विशेषज्ञों की आम राय है कि — यदि आप स्वस्थ हैं, और क्रिएटिन को सीमित, सुझाई गई मात्रा (जैसे 3–5 ग्राम प्रति दिन) में लेते हैं — तो किडनी या लीवर को कोई हानि नहीं होती।
तथापि, कुछ मामलों (case reports) में — जहाँ अस्वस्थ लोगों ने या बहुत ज़्यादा (mega) खुराक ली — किडनी पर असर हुआ दिखाया गया है। उदाहरण के लिए, एक रिपोर्ट में ऐसा युवक था जिसे क्रिएटिन मोनोहाइड्रेट लेने पर तीव्र किडनी रिसाव (acute tubular necrosis) हुआ।
जानकार बताते हैं कि क्रिएटिन “पूरी तरह सुरक्षित” कहना भी ठीक नहीं — क्योंकि अधिक खुराक, निर्जलीकरण, उच्च प्रोटीन डाइट, या पहले से किडनी संबंधी कोई समस्या हो — तो रिस्क बढ़ जाता है।
इसलिए: सही इस्तेमाल + पर्याप्त पानी + अपनी सेहत की स्थिति जाने — ये तीन स्तंभ हैं जब आप क्रिएटिन लेना चाहते हों।
🩺 ब्रिटिश सर्जन की राय (वर्तमान खबर)
ब्रिटेन के सर्जन Dr Rajan कहते हैं — क्रिएटिन अपने आप में किडनी खराब नहीं करता, लेकिन क्रिएटिनिन के बढ़ने की वजह से टेस्ट परिणाम “गलत” दिखा सकते हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वस्थ किडनी वाले लोगों के लिए सप्लीमेंट सुरक्षित है। लेकिन अगर पहले से किडनी की परेशानी हो — तो क्रिएटिन लेने से बचना चाहिए।
मतलब: डर के आगे जीत है — यानी, अंधविश्वास से बचिए, तथ्यों को समझिए।

✅ अगर आप सोच रहे हो क्रिएटिन लेना या पहले ही ले रहे हो — तो ये बातों का ख्याल रखें
खुराक रखें सीमित — रोज़ाना 3–5 ग्राम (या बॉडी वेट के अनुसार ~0.1 ग्राम/किलो) से ज़्यादा न लें।
पानी खूब पीएं, ख़ासकर वर्कआउट या गर्म मौसम में — ताकि निर्जलीकरण न हो, क्योंकि dehydration किडनी पर स्ट्रेस डाल सकता है।
अगर आपको पहले से कोई किडनी या लीवर–सम्बन्धी समस्या है — तो सप्लीमेंट से बचें, या पहले डॉक्टर से सलाह लें।
सप्लीमेंट लेते समय समय-समय पर किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT, eGFR आदि) कराएं, ताकि असली खतरों का पता चले।
सप्लीमेंट ही सब नहीं है — संतुलित आहार, पर्याप्त नींद, सही वर्कआउट और शरीर की सुनना भी उतना ही ज़रूरी है।
🎯 मेरी राय, सीधे दिल से
यार, सच कहूं — क्रिएटिन को लेकर डरना ज़रूरी नहीं अगर आप समझदारी से उसे इस्तेमाल करें। सोशल मीडिया या जिम में सुनने वाले डरानक किस्सों पर भरोसा मत कर। लेकिन यह भी याद रखो कि कोई भी सप्लीमेंट जादू नहीं करता — अगर आप अपने बॉडी को ज़्यादा दबाव में रखने लगो, बिना पानी पिए, बिना आराम दिए, या पहले से किडनी ठीक नहीं है — तो दिक्कत हो सकती है।
Note: Content and images are for informational use only. For any concerns, contact us at info@rajasthaninews.com.
देखिए सुष्मिता सेन...
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