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अहमदाबाद छात्र हत्याकांड: नयन 30 मिनट तक बिना इलाज पड़ा, स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

अहमदाबाद छात्र हत्याकांड: नयन 30 मिनट तक बिना इलाज पड़ा, स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप

अहमदाबाद छात्र हत्याकांड: 30 मिनट तक बिना इलाज पड़े रहे नयन, जांच में स्कूल प्रशासन की लापरवाही उजागर

अहमदाबाद | 23 अगस्त 2025 — अहमदाबाद के एक स्कूल में कक्षा 10 के छात्र नयन सांतानी की दर्दनाक मौत के मामले में पुलिस जांच में बड़े खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, नयन को छुरा घोंपे जाने के बाद लगभग 30 मिनट तक कोई चिकित्सकीय मदद नहीं मिली। इस दौरान वह घायल अवस्था में तड़पते रहे, लेकिन स्कूल प्रशासन ने एम्बुलेंस बुलाने के बजाय खून साफ करने के लिए वाटर टैंकर मंगवाया

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या निकला?

डॉक्टरों के अनुसार, नयन के शरीर में 1.5 सेंटीमीटर गहरा घाव था, जिसने मुख्य शिरा को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसके कारण करीब 2.5 लीटर रक्त पेट में जमा हो गया और हाइपोवोलमिक शॉक से उनकी मौत हो गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समय पर प्राथमिक उपचार और अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था होती तो नयन की जान बचाई जा सकती थी।

स्कूल प्रशासन पर आरोप

पुलिस ने स्कूल के प्रधानाचार्य और दो शिक्षकों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का केस दर्ज किया है।

आरोप है कि घटना के बाद उन्होंने एम्बुलेंस या पुलिस को तुरंत सूचना नहीं दी, बल्कि सबसे पहले स्कूल परिसर से खून साफ करने की कोशिश की।

इस रवैये ने न केवल छात्र की जान ले ली बल्कि सबूतों से भी छेड़छाड़ की आशंका जताई जा रही है।

मामले की जांच अब क्राइम ब्रांच को

अहमदाबाद पुलिस ने मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है। अब जांच में यह देखा जाएगा कि घटना में पूर्व में कोई बुलिंग या तनाव तो कारण नहीं था और स्कूल प्रबंधन ने आखिर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों की।

विरोध और आक्रोश

घटना के बाद से शहर में विरोध-प्रदर्शन भड़क गए। लोगों ने स्कूल प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। शिक्षा विभाग ने भी प्रारंभिक जांच में लापरवाही की पुष्टि की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

निष्कर्ष

नयन सांतानी की मौत ने स्कूल सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला सिर्फ एक छात्र की मौत नहीं, बल्कि उन व्यवस्थाओं की विफलता को उजागर करता है जिन पर बच्चों की सुरक्षा का दारोमदार होता है। अब सबकी नजरें क्राइम ब्रांच की विस्तृत जांच और सरकार की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं।


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